WHAT DOES SHIV CHAISA MEAN?

What Does Shiv chaisa Mean?

What Does Shiv chaisa Mean?

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एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

Chalisa is usually a forty-verse prayer committed to a particular Hindu God or Goddess. The verses of the Chalisa glorify the functions and deeds of your deities. It consists of verses praying into the Lord for ending sorrow in our lives and provides peace, overall health, and prosperity.

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

O Common Lord, every morning being a rule I recite this Chalisa with devotion. Be sure to bless me to ensure I may be able to carry out my materials and spiritual needs.

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा

ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।

अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं shiv chalisa in hindi मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

शिव Shiv chaisa आरती

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